एक पीढ़ी पहले तक , लोग डॉक्टरों के पास तभी जाते थे जब वे बीमार होते , या फिर मर रहे होते थे, लेकिन अब स्तिथि बदल गयी है ,और लोग स्वस्थ जीवनशैली जीने के तरीके के बारे में , चिकित्सकीय सलाह ले रहे हैं। इसी श्रृंखला का एक अहम् हिस्सा है सालाना नियमित शारीरिक जाँच।
नियमित सालाना शारीरिक जाँच क्यों महत्वपूर्ण हैं?
नियमित सालाना शारीरिक जाँच से शारीरक समस्या के शुरू होने से पहले उसका पता लगाया जा सकता है , जिससे समय रहते ही उसका सही इलाज किया जा सके। उदहारण के तौर पर लिवर और किडनी के क्षतिग्रस्त होने के बारें में आपको कोई भी लक्षण नज़र नहीं आएंगे , क्यूंकि यह तब तक काम करती रहती हैं , जब तक यह पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त नहीं हो जाये , इस स्तिथि में पहुंचने के बाद इलाज बहुत महंगा और असंभव हो जाता है , इसलिए आपको यदि स्वस्थ जीवन व्यतीत करना है तो नियमित शारीरिक जांच अवश्य कराएं।
नियमित सालाना शारीरिक जाँच के क्या फायदे हैं
- बीमार होने की संभावना कम हो जाती है
- संभावित जीवन-घातक स्वास्थ्य स्थितियों या रोगों का जल्दी पता लगाएं जा सकता है
- उपचार और इलाज के लिए अवसरों को बढ़ाएं जा सकता
- मौजूदा स्थितियों की बारीकी से निगरानी करके , जटिलताओं सीमित किया जा सकता है
- जीवनकाल को बढ़ाएं और स्वास्थ्य में सुधार करें
- महंगी चिकित्सा सेवाओं से बचा जा सकता है , स्वास्थ पर ध्यान दे कर
- उपचार भी कुशल तरीके से किया जा सकता है , जब आपकी नियमित रिपोर्ट डॉक्टर के पास होगी तो
नियमित सालाना शारीरिक जाँच में कितना खर्चा आ सकता है ?
वैसे कई सारे हेल्थ पैकेज होते है , शहर शहर के हिसाब से , आम तौर पर जिसकी पूरी कीमत 2500/- से 5500/- रूपए तक हो सकती है , लेकिन अभी कोरोना के चलते , कई सारी पैथोलॉजी लैब्स इस जाँच पर 45 से 75 परसेंट तक की छूट दे रही है , इस लिंक को क्लिक करें और पाएं यह ऑफर , यदि इस ऑफर के हिसाब से जोड़े तो यह खर्चा करीब करीब ३ रूपए प्रति दिन का आएगा , क्या यह कोई बड़ी कीमत नियमित सालाना शारीरिक जाँच की जो आपके स्वास्थ जीवन को बनाये रखने के लिए मददगार होगी।
unhealthy lifestyle, यानी अस्वस्थ जीवन शैली में नियमित सालाना शारीरिक जाँच अत्यंत आवश्यक हो जाती है